माँ

इस संसार में और कोई ऐसी शक्ति नहीं है, वो मां ही हो सकती है जो कभी थकती नहीं है। सबके उठने से पहले उठ जाती है वो, सबको सुला कर है नींद पाती है वो, सपने भी हमारे लिए देखती है जो ऐसी आंखे और किसी की हो सकती नहीं है, वो मां ही हो सकती है जो कभी थकती नहीं है। जिसके कारण सब सुख है हमारा, जिसके आशीर्वाद ने हर दुख संहारा, जिसकी हर बात में एक एहसास है प्यारा, ऐसी वाणी और किसी की हो सकती नहीं है, वो मां ही हो सकती है जो कभी थकती नहीं है। दर्द में जिसका हाथ औषधि बन जाता है, सर पर रख दे तो प्रगति बन जाता है, निवाला जो खिलाती अमृत बन जाता है, ऐसी छुअन और किसी की हो सकती नहीं है, वो मां ही हो सकती है जो कभी थकती नहीं है।